मुख्यमंत्री ने दी आपदा राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतिवृष्टि एवं अन्य दैवीय आपदा के समय तत्काल राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में दो माह के लिये हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये है कि जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों के लिए आवश्यकता न हो तब हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में किया जाए।परंतु ऐसा तभी किया जाए जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों में जरूरत नहीं हो।

आपदा में प्रयुक्त घंटों के अतिरिक्त घंटों में हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में करने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रतिव्यक्ति निर्धारित रूपये तीन हजार की किराये की दर को मंजूरी प्रदान की है। इस हैलीकॉप्टर को निर्धारित शर्तों के अधीन दो माह के लिये पिथौरागढ़ में तैनात किये जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं।

 

इस अस्पताल में 3 गुना तक महंगा होगा इलाज, आम लोगों की जेब पर पड़ेगी महंगाई की मार

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हल्द्वानी। सरकारी अस्पतालों और देहरादून के राजकीय मेडिकल कॉलेज की तरह ही राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भी हर तरह की जांचें महंगी होंगी।  सरकारी मेडिकल कॉलेजों में जांच-इलाज की सुविधा समान दर पर देने की कवायद शुरू हो गई है।

एसटीएच में इस समय करीब 20 साल पुरानी दरों पर ही इलाज की सुविधा दी जा रही है। यदि समान दर पर जांच-इलाज की अनुमति मिलती है तो पर्चा बनवाने से लेकर ईसीजी, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड तक के लिए मरीज को तीन से चार गुना कीमत चुकानी पड़ेगी। 5 रुपये के पर्चे के लिए 17, अल्ट्रासाउंड के लिए 150 के बजाय 364 और सीटी स्कैन के लिए 400 रुपये की बजाय डेढ़ से दो हजार रुपये चुकाने पड़ सकते हैं।

क्या है मामला :

उत्तराखंड के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में जांच-इलाज की सुविधा जल्द एक समान दर पर मिलेगी। इन मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य एक सप्ताह में महानिदेशक-चिकित्सा शिक्षा को इसका प्रस्ताव भेजेंगे। प्रदेश में वर्तमान में देहरादून, हल्द्वानी, श्रीनगर और अल्मोड़ा में मेडिकल कॉलेज संचालित हैं।

मेडिकल कॉलेजों और सरकारी में जांच-इलाज की दरें

जांच     एसटीएच     दून मेडिकल कॉलेज     बेस हल्द्वानी
पर्ची             05 रुपये     17 रुपये     28 रुपये
ईसीजी           50 रुपये     177 रुपये     287 रुपये
सीटी स्कैन       400 रुपये     1500 से 2100     3400
ईको             150 रुपये     354 रुपये                 –
अल्ट्रासाउंड     150 रुपये     364 रुपये     525 रुपये                  

ओपीडी का समय 12 महीने एक ही रहेगा

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों ने राय दी है कि 12 महीने ओपीडी का समय भी एक ही रखा जाए। यानी सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक ओपीडी चलाई जाए। अभी तक ओपीडी का समय गर्मियों में सुबह आठ से दोपहर दो और सर्दियों में सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक रहता है।

आम लोगों की जेब पर पड़ेगी महंगाई की मार

मेडिकल कॉलेजों में जांच की दरें समान होने के बाद खाद्य पदार्थों, पेट्रोलियम उत्पादों पर पहले से ही महंगाई झेल रही आम जनता को खासा परेशानी झेलनी पड़ेगी। सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी पर इस समय कुमाऊं के सभी 6 जिलों का भार है।

जांच और इलाज की दरें कम होने के कारण हर वर्ग के लोग इस अस्पताल का लाभ उठा रहे हैं। अस्पताल प्रशासन की मानें तो 2002 में उत्तराखंड में मेडिकल काउंसिल ऐक्ट लागू होने के बाद से एसटीएच में दरें रिवाइज नहीं हुई हैं। 20 साल पहले एसटीएच में जो रजिस्ट्रेशन पर्चा 5 रुपये का बन रहा था, वह आज भी 5 रुपये पर ही है।

मेडिकल कॉलेजों में जांच-इलाज के लिए समाज दरें लागू होंगी तो इसका असर आम व्यक्ति पर पड़ेगा। हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल काउंसिल ऐक्ट लागू होने के बाद से ही दरें नहीं बढ़ी हैं। इस अस्पताल पर पूरे कुमाऊं के मरीज निर्भर रहते हैं। – डॉ.अरुण जोशी, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी।

RNS/DHNN

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