मुख्यमंत्री ने दी आपदा राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतिवृष्टि एवं अन्य दैवीय आपदा के समय तत्काल राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में दो माह के लिये हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये है कि जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों के लिए आवश्यकता न हो तब हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में किया जाए।परंतु ऐसा तभी किया जाए जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों में जरूरत नहीं हो।

आपदा में प्रयुक्त घंटों के अतिरिक्त घंटों में हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में करने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रतिव्यक्ति निर्धारित रूपये तीन हजार की किराये की दर को मंजूरी प्रदान की है। इस हैलीकॉप्टर को निर्धारित शर्तों के अधीन दो माह के लिये पिथौरागढ़ में तैनात किये जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं।

 

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जबसे प्रधानमंत्री बने हैं तब से करीब 7 साल का कार्यकाल पूरा हो गया है इन 7 सालों के दौरान अभूतपूर्व कार्य उत्तराखंड राज्य के लिए हुआ है। आल वेदर रोड के साथ भारत माला प्रोजेक्ट के तहत सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है।
धामी ने कहा कि केंद्र सरकार ने CRIF निधि के माध्यम से 42 सड़को के लिए 615 करोड रुपए की स्वीकृति दी गई है। किसी की राज्य के लिए बेहतर सड़क होना राज्य के विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण होती है। जिसका जीता जागता उदाहरण देहरादून से दिल्ली तक का सड़क मार्ग है। जब तक लोग मात्र 4 घंटे में ही दिल्ली पहुंचा रहे हैं। इसके अतिरिक्त प्रदेश के तमाम क्षेत्रों में सड़कों का जाल काफी मजबूती से ना सिर्फ बिछ गया है। बल्कि लोगों का सफर आसान हो गया है।

वही, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि राज्य गठन के बाद से साल 2017 तक केंद्र सरकार से मात्र 614.85 करोड रुपए योजना राज्य को मिली है। लेकिन साल 2017 से अभी तक केंद्र सरकार से एक बड़ा बजट मिला, जिसके तहत अभी तक 1124 करोड़ों रुपए की स्वीकृति राज्य को मिल चुकी है। यही नहीं, इन साढ़े 4 सालों प्रदेश के भीतर सड़कों का जाल फैला है जिससे लोगों को काफी सहूलियत हुई हैं।

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