मुख्यमंत्री ने दी आपदा राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतिवृष्टि एवं अन्य दैवीय आपदा के समय तत्काल राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में दो माह के लिये हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये है कि जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों के लिए आवश्यकता न हो तब हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में किया जाए।परंतु ऐसा तभी किया जाए जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों में जरूरत नहीं हो।

आपदा में प्रयुक्त घंटों के अतिरिक्त घंटों में हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में करने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रतिव्यक्ति निर्धारित रूपये तीन हजार की किराये की दर को मंजूरी प्रदान की है। इस हैलीकॉप्टर को निर्धारित शर्तों के अधीन दो माह के लिये पिथौरागढ़ में तैनात किये जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं।

 

पेड़ पर बंधी मन्नत की चुन्नी खोलते नजर आए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

सुरकुंडा देवी से कौन सी मन्नत मांगी, जिसके पूरा होने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत चुन्नी खोलते नजर आ रहे है देखिए वीडियो

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टिहरी जनपद स्तिथ सुरकंडा देवी मंदिर में पेड़ पर बंधी मन्नत की चुन्नी खोलते नजर आए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के साथ ही तरह तरह की चर्चाएं भी होने लगी की आखिर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने माता सुरकुंडा देवी से कौन सी मन्नत मांगी, जिसके पूरा होने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत चुन्नी खोलते नजर आ रहे है।

 

चुन्नी खोलने की असल वजह कोई मन्नत नही बल्कि चुन्नियों के बोझ तले दबे पेड़ को जीवनदान देना था। हरेला पर्व के मौके पर सुरकुंडा देवी पर्वत पर वृक्षारोपण और माता के दर्शन करते हुए एक वृक्ष पर सैकड़ों मन्नत की फांस देख पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत उन्हें खोलने लगे। जिसके बाद मंदिर समिति के अध्यक्ष के आश्वासन पर, कि सभी चुनरियां खोल दीं जाएंगी, ही वे रुके। पेड़ पर बंधी मन्नत की चुन्नी को लेकर त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि हम अपनी मनोकामना पूरी करने को लेकर वृक्ष पर चुन्नी बांधते है। लेकिन उन चुन्नियो के बोझ से वृक्ष की क्या स्तिथि होगी। यह कोई नही सोचता है, जिसको समझते हुए चुन्नी हटाने की शुरुवात की गई। वहीं मंदिर समिति के अध्यक्ष ने जल्द इनको खोलने की बात कही है।

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