मुख्यमंत्री ने दी आपदा राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतिवृष्टि एवं अन्य दैवीय आपदा के समय तत्काल राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में दो माह के लिये हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये है कि जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों के लिए आवश्यकता न हो तब हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में किया जाए।परंतु ऐसा तभी किया जाए जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों में जरूरत नहीं हो।

आपदा में प्रयुक्त घंटों के अतिरिक्त घंटों में हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में करने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रतिव्यक्ति निर्धारित रूपये तीन हजार की किराये की दर को मंजूरी प्रदान की है। इस हैलीकॉप्टर को निर्धारित शर्तों के अधीन दो माह के लिये पिथौरागढ़ में तैनात किये जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं।

 

बहुत ही सुन्दर लेख, धर्म का असली मतलब शायद आप भी नहीं जानते

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डिजिटल डेस्क : इस पृथ्वी लोक में बहुत से धर्म हैं। सनातन धर्म यानी हिंदू धर्म को सबसे प्राचीन धर्म माना  जाता है. पर इस धरा में समस्त धर्म एक सामान है बस सबकी मान्यताएं अलग-अलग है। यह मान्यता है कि अन्य सभी धर्मों की उत्पत्ति हिन्दू धर्म के बाद ही हुई है।

धर्म की उत्पत्ति हर सभ्यता में लोगों को आपस में जोड़ने के लिए हुई। आधुनिक दौर में भी लोग एक दूसरे से धर्म के कारण ही जुड़े हुए हैं। धर्म व्यक्ति को एकता के सूत्र में बांधता है। सभी धर्म एक जैसे है कोई छोटा – बड़ा नहीं है, बस इनकी मान्यताएं अलग-अलग है .धर्म का असली मतलब शायद आप भी नहीं जानते

बताया जा रहा है की आने वाले सर्वप्रथम हिंदू धर्म की उत्पत्ति के बाद जो दूसरा धर्म आया वो था पारसी धर्म इसके बाद ईसाई धर्म, मुस्लिम धर्म और इसके बाद अनुयायी लोग बने। जो लोग इन धर्मों की नैतिक बातों से प्रभावित हुए वह सभी इन धर्मों के अनुयायी बनते गए।

बौद्ध धर्म का उद्भव भारतवर्ष में हुआ पर यह आधुनिक समय में एशिया में इस धर्म को मानने वाले अनुयायी मौजूद हैं। श्रीलंका,चीन, जापान जैसे ऐसे देश हैं जहां बौद्ध धर्म को मानने वाले अनुयायी अत्याधिक संख्या में देखने को मिलते है. ठीक इसी प्रकार से एशिया में हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म के अलावा जो तीसरा धर्म है वो है. ईसाई धर्म, इसके अनुयायी भी अधिक संख्या में हैं।

बात मुस्लिम धर्म की करें तो यह पाकिस्तान, सउदी अरब, इंडोनेशिया, कुवैत के अलावा अन्य देशों में भी इस धर्म के अनुयायी अत्याधिक संख्या में मिलते हैं। धर्म को अपनाने का मूल उद्देश सभी को एकता के सूत्र में बाँधना, क्योकिं सभी धर्मों का सार एक है. धर्म व्यक्ति में बटवारा नही, एकता के सूत्र में बांधता है, इसलिए किसी नें कहा है.

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