मुख्यमंत्री ने दी आपदा राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतिवृष्टि एवं अन्य दैवीय आपदा के समय तत्काल राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में दो माह के लिये हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये है कि जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों के लिए आवश्यकता न हो तब हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में किया जाए।परंतु ऐसा तभी किया जाए जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों में जरूरत नहीं हो।

आपदा में प्रयुक्त घंटों के अतिरिक्त घंटों में हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में करने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रतिव्यक्ति निर्धारित रूपये तीन हजार की किराये की दर को मंजूरी प्रदान की है। इस हैलीकॉप्टर को निर्धारित शर्तों के अधीन दो माह के लिये पिथौरागढ़ में तैनात किये जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं।

 

लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इन मुद्दों को लेकर लिखा पत्र

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भाजपा से लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने रविवार को उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी के नाम एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड करोड़ों सनातनी हिंदूओं की आस्था का केंद्र बिंदु एवं महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान है। यह स्थान अब आईएसआई एवं कट्टरपंथी मुस्लिम देशों के निशाने पर है।

विधायक ने पत्र में लिखा कि 2011 के जनगणना के अनुसार कुल जनसंख्या का 14 प्रतिशत और वर्तमान में करीब 25 प्रतिशत से उपर पहुंच गई है। इसमें भारी तादाद में रोहिंग्या मुसलमान और बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या है। जो देवभूमि के लिए किसी ‘टाइमर बम’ से कम नहीं है। हरिद्वार में संख्या 40 प्रतिशत, उधम सिंह नगर, नैनीताल, देहरादून, हलद्धानी में तो रेलवे की पूरी जमीन पर बस्ती बसाने, वन-विभागों की जमीनों पर कुकुरमुत्तों की तरह फर्जी मजारें उग आने से लेकर यह स्थिति पौड़ी से लेकर पंच प्रयागों और चारों धाम के मुहाने तक पहुंच गई है। विधायक ने मांग की है कि षड्यंत्र रचने वालों को चिन्हित कर उत्तराखंड से बाहर निकालने का कार्य करें। वहीं बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड की धामी सरकार इन मामलों को लेकर पूरी तरीके से गंभीर है उन्होंने कहा उत्तराखंड सरकार द्वारा लव जिहाद धर्मांतरण अन्य मुद्दों को गंभीरता से लिया गया है और सरकार इन मुद्दों पर अपने नजर बनाए हुए हैं। प्रदेश में सांप्रदायिक माहौल ना खराब ना हो इसके लिए कठोर कानून सरकार द्वारा बनाया गया है वहीं दूसरी ओर प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस शीशपाल सिंह बिष्ट का कहना है प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है लेकिन इस तरफ सरकार का कोई भी ध्यान नहीं है आज के युवा अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं इसके साथ ही अंकिता भंडारी प्रकरण के बाद उत्तराखंड की मातृशक्ति अपने आप को सुरक्षित नहीं महसूस कर रही है सरकार को चाहिए कि उत्तराखंड की कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने का काम किया जाए।

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