मुख्यमंत्री ने दी आपदा राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतिवृष्टि एवं अन्य दैवीय आपदा के समय तत्काल राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में दो माह के लिये हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये है कि जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों के लिए आवश्यकता न हो तब हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में किया जाए।परंतु ऐसा तभी किया जाए जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों में जरूरत नहीं हो।

आपदा में प्रयुक्त घंटों के अतिरिक्त घंटों में हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में करने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रतिव्यक्ति निर्धारित रूपये तीन हजार की किराये की दर को मंजूरी प्रदान की है। इस हैलीकॉप्टर को निर्धारित शर्तों के अधीन दो माह के लिये पिथौरागढ़ में तैनात किये जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं।

 

यमुनोत्री रोप वे बदलेगी क्षेत्र की तस्वीर,बहुप्रतीक्षित मांग हुई पूरी: चौहान

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भाजपा ने यमुनोत्री रोपवे के एमओयू पर हस्ताक्षर के लिए मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए इसे समूचे क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाला बताया है ।

पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने परियोजना को स्थानीय पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने वाला बताते हुए इसे 2011 से जारी क्षेत्रीय लोगों के प्रयासों की जीत एवं मुख्यमंत्री  धामी की विकासपरक सोच का परिणाम बताया है । चौहान ने लगभग 166 करोड़ लागत से बनने वाले रोपवे को लेकर आज समझौते ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर पर खुशी जताते हुए उम्मीद जताई कि शीघ्र ही इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और भविष्य में इसके बनने से यहां आने वाले पर्यटकों को विशेषकर बुजर्गों व दिव्यांगजनों के लिए 5 किलोमीटर की कठिन चढ़ाई 15 मिनट के आसान सफर में तब्दील हो जाएगी । रोप वे के निर्माण से यमुनोत्री धाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में होने वाली रिकॉर्ड वृद्धि होगी जो स्थानीय लोगों के व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएगा ।

मनवीर  चौहान ने जानकारी देते कहा, स्थानीय लोगों की मांग को देखते हुए साल 2011 में तत्कालीन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष  नितिन गडकरी व तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा इस रोपवे की अधारधीला रखी गई थी । हालांकि वन भूमि के अधिग्रहण में आने वाली बाधाओं और बाद की कांग्रेस सरकार हीलाहवाली के कारण यह परियोजना नहीं शुरू हो पायी थी । केंद्र सरकार के इस बहु प्रतीक्षित यमुनोत्री रोपवे परियोजना को अपनी मंजूरी के बाद यह रोपवे 3.38 है किलोमीटर लंबे रोपवे यमुनोत्री धाम को अपने शीतकालीन स्थल खरसाली से जोड़ेगा । इसके अतिरिक्त श्रद्धालुओं का 2 से 3 घण्टे का सफर अब मिनटों में बदलने वाला है । श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधा के साथ ही यह स्थानीय लोगों के लिए रोजगार की असीम संभावनाओं को भी खोलेगा क्योंकि इसमें पार्किंग, आवासीय व्यवस्था, रेस्टोरेंट के निर्माण भी होने हैं। चौहान ने सभी क्षेत्रीय लोगों विशेषकर खरसाली के ग्रामीणों का भी विशेष आभार व्यक्त किया है जिन्होंने परियोजना के लिए करीब 14880 वर्ग गज भूमि दी है ।

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