मुख्यमंत्री ने दी आपदा राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतिवृष्टि एवं अन्य दैवीय आपदा के समय तत्काल राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में दो माह के लिये हैलीकॉप्टर तैनाती की स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये है कि जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों के लिए आवश्यकता न हो तब हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में किया जाए।परंतु ऐसा तभी किया जाए जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों में जरूरत नहीं हो।

आपदा में प्रयुक्त घंटों के अतिरिक्त घंटों में हैलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य हेतु वैकल्पिक यातायात के रूप में करने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रतिव्यक्ति निर्धारित रूपये तीन हजार की किराये की दर को मंजूरी प्रदान की है। इस हैलीकॉप्टर को निर्धारित शर्तों के अधीन दो माह के लिये पिथौरागढ़ में तैनात किये जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं।

 

Tehri ।। सेवा समाप्ति का विरोध कर रहे कर्मियों को मिला समर्थन

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नई टिहरी। कोविड महामारी के दौरान विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त कर्मचारियों का पांचवें दिन भी सीएमओ कार्यालय के समक्ष धरना जारी रहा। गंभीर दौर कोविड काल में काम करने वाले कर्मचारियों को विभिन्न संगठनों व नेताओं का समर्थन भी मिलने लगा है।

शुक्रवार को इन कर्मचारियों का धरना कार्यबहिष्कार के रूप में जारी रहा। पांचवें दिन इन कर्मचारियों को समर्थन देने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आकाश, कृषाली, नगर पालिकाध्यक्ष सीमा कृषाली, प्रतापनगर के ब्लाक प्रमुख प्रदीप चंद रमोला, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश राणा, मुरारी लाल खंडवाल, जिपंस हितेश चौहान, कुलदीप पंवार और देवेंद्र नौडियाल पहुंचे।

इन्होंने समर्थन में कहा कि जिन कर्मचारियों ने अपनी जान को जोखिम में डालकर कोविड काल में काम किया है। उनकी ओर प्रदेश सरकार को ध्यान देना चाहिए। रोजगार देने के बार इस तरह से सड़क पर लाना बेरोजगारों को ठीक नहीं है।

अभी कोविड का दौर खत्म भी नहीं हुआ है। इन कर्मचारियों को समायोजित किया जाना चाहिए। स्टेट उपनल में समायोजित करते हुये कर्मचारियों का कहना है कि मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन और तेज किया जाएगा।

संगठन के जिलाध्यक्ष कैलाश रावत ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान उन्होंने अपनी जान खतरे में डालकर कोविड मरीजों और लोगों की सेवा की, लेकिन अब कोविड समाप्त होने लगा तो सरकार उन्हें बाहर का रास्ता दिखा रही है। धरने पर बैठने वालों में संजय सिंह, अनिता रावत, रघुवीर सिंह, प्रदीप थपलियाल, सतपाल, पिंकी, आरती आदि मौजूद थे।

RNS/DHNN

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